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सितंबर, 2015 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

नोट - यहाँ प्रकाशित साधनाओं, स्तोत्रात्मक उपासनाओं को नियमित रूप से करने से यदि किसी सज्जन को कोई विशेष लाभ हुआ हो तो कृपया हमें सूचित करने का कष्ट करें।

⭐विशेष⭐


23 अप्रैल - मंगलवार- श्रीहनुमान जयन्ती
10 मई - श्री परशुराम अवतार जयन्ती
10 मई - अक्षय तृतीया,
⭐10 मई -श्री मातंगी महाविद्या जयन्ती
12 मई - श्री रामानुज जयन्ती , श्री सूरदास जयन्ती, श्री आदि शंकराचार्य जयन्ती
15 मई - श्री बगलामुखी महाविद्या जयन्ती
16 मई - भगवती सीता जी की जयन्ती | श्री जानकी नवमी | श्री सीता नवमी
21 मई-श्री नृसिंह अवतार जयन्ती, श्री नृसिंहचतुर्दशी व्रत,
श्री छिन्नमस्ता महाविद्या जयन्ती, श्री शरभ अवतार जयंती। भगवत्प्रेरणा से यह blog 2013 में इसी दिन वैशाख शुक्ल चतुर्दशी को बना था।
23 मई - श्री कूर्म अवतार जयन्ती
24 मई -देवर्षि नारद जी की जयन्ती

आज - कालयुक्त नामक विक्रमी संवत्सर(२०८१), सूर्य उत्तरायण, वसन्त ऋतु, चैत्र मास, शुक्ल पक्ष।
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श्री गणेश चतुर्थी व्रत तथा स्यमन्तक मणि का अपकीर्तिनाशक आख्यान

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भ गवान  श्रीगणेश   का   जन्म भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी को मध्याह्न   के समय   हुआ था। अत: यह   श्री गणेश चतुर्थी तिथि   मध्याह्नव्यापिनी लेनी चाहिये। इस दिन रविवार अथवा मंगलवार हो तो प्रशस्त है। गणेशजी हिन्दूधर्म   के   प्रथम पूज्य देवता  हैं। सनातन धर्मानुयायी स्मार्तों के देवताओं में विघ्नविनायक गणेशजी प्रमुख हैं। हिन्दुओं   के   घर   में   चाहे जैसी पूजा या   धार्मिक आयोजन   हो ,   सर्वप्रथम श्रीगणेशजी का   आवाहन और पूजन  किया जाता है। शुभ कार्यों मेँ गणेश   जी   की स्तुति का अत्यन्त महत्त्व माना गया है । गणेश जी  समस्त  विघ्नों   को दूर करने वाले देवता हैं। इनका मुख हाथी का ,   उदर लम्बा तथा शेष   शरीर मनुष्य के समान है। मोदक इन्हें विशेष प्रिय है।  बंगाल की   दुर्गापूजा   की तरह   ही   महाराष्ट्र में   गणेश जी की पूजा   एक   राष्ट्रीय   पर्व के   रूप में प्रतिष्ठित   है।